सप्ताह
बुधवार
बुधवार सप्ताह का चौथा दिन है बुधवार के स्वामी देवता बुध माने जाते हैं, बुधवार के देवता गणेश जी भी माने गए हैं इसलिए इस दिन जन्म लेने वाले लोगों को बुद्धिमान भी माना जाता है।
बुधवार को जन्मे लोगों पर बुध ग्रह का प्रभाव देखा जा सकता है।
बुधवार को जन्म लेने वालों में धन प्राप्त करने कि तीव्र इच्छा होती है। इस दिन जन्मे लोग बेहद कम समय में ज्यादा धन कमाने की इच्छा रखते हैं, एवं सामान्यतः भाग्य इनका साथ देता भी है और इनकी धन से जुडी इच्छाओं कि पूर्ति भी होती है। बुधवार को जन्मे लोग सामान्यतः भाग्यशाली होते हैं और हर प्रकार की विपरीत स्तिथि से शीघ्र ही बाहर आ जाते हैं। इस दिन जन्मे लोगों का सामान्यतः दोहरा चरित्र होता है,एवं सभी लोग इन्हें ठीक से समझ पाने में सक्षम नहीं होते। बुधवार को जन्म लेने वालों का शुरुआती जीवन या जीवन का पहला हिस्सा बहुत मजे से व्यतीत होता है किन्तु बाद के हिस्से में इन्हें स्वास्थ्य से जुडी बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अपनी बातचीत में द्विअर्थी शब्दों का प्रयोग ये सामान्यतः करते हैं, एवं हंसी, मजाक, मनोरंजन में ये लोग प्रवीण होते हैं। नए कार्य को जिस उत्साह से ये शुरू करते हैं उसे पूरा करने में इन्हें बहुत सी परेशानियो का सामना करना पड़ता है। बुधवार को जन्मे लोग दूसरों की आलोचना करने में आनंद की अनुभूति करते हैं। बुधवार को जन्मे लोगो को माता पिता का भरपूर प्रेम व् लगाव प्राप्त होता है, इस दिन जन्मे लोग अपने मित्रो से अत्यधिक लगाव रखते हैं एवं मित्रों की भरसक मदद करने की सोच रखते हैं। बुधवार को जन्मे लोगों का संपर्क ऐसे प्रतिष्ठित लोगों से होता है जिनसे इन्हें धन कमाने में सहायता प्राप्त होती है। बुधवार को जन्मे लोगो के जीवन में ज़्यादातर समस्याओं का सामना अपने दोहरे चरित्र की वजह से करना पड़ता है, इनका दोहरा चरित्र एवं अन्य लोगों के प्रति सामन्यतः किया गया असंवेदनशील व्यव्हार ही इनके भाग्य में रूकावट का प्रमुख कारण है। बुधवार को जन्म लेने वाली स्त्रियाँ सुन्दर गुणवान एवं तीखे नैन नक्श वाली होती हैं। किसी भी प्रकार के ज्ञान को ये आसानी से आत्मसात कर लेती हैं। इनका वैवाहिक जीवन सामान्यतः सुखी रहता है। इन्हें समझदार साथी की आशा होती है और इन्हें वो प्राप्त भी होता है।
ध्यान रहे यदि व्यक्ति की जन्म कुंडली में चन्द्र राशि मिथुन है, जो कि बुध देव की द्विस्वभाव वं क्रूर प्रभाव राशि है, उसमे उपरोक्त लिखे फल कथन के साथ बुधवार का जन्म व्यक्ति को मिथुन राशि अनुसार द्विस्वभाव या क्रूर स्वभाव प्रदान करेगा। और यदि जन्म कुंडली में चन्द्र राशि कन्या है, जो कि बुध देव की एक अन्य द्विस्वभाव एवं सौम्य स्वभाव राशि है। तो कन्या राशि में उपरोक्त लिखे फल कथन अनुसार बुधवार का जन्म व्यक्ति को कन्या राशि अनुसार द्विस्वभाव एवं सौम्य स्वभाव प्रदान करेगा। अन्य राशियों पर बुधवार का जन्म होने का प्रभाव उपरोक्त फल कथन के अतिरिक्त जिस चन्द्र राशि में व्यक्ति का जन्म हुआ है, उस राशि के स्वामी व् कुंडली में ग्रहों की स्तिथि के साथ, बुध के सामान्य व्यव्हार पर भी निर्भर है।
इन्हें पित्त सम्बन्धी समस्याएं मुंहासे अपच जैसे रोगों का सामना करना पड़ता है। बदलते हुए मौसम से उत्पन्न रोगों से भी इन्हें परेशानी महसूस होती है।
बुधवार व्यापारिओं के लिए अति महतवपूर्ण दिवस है। यदि कोई व्यापार बुधवार को आरम्भ किया जाये तो व्यापार के सफलता की संभावनाएं बढ़ जाती हैं! भारतीय समाज में बहुत से व्यापारिओं की ये मान्यता है, कि बुधवार को सामान्यतः धन किसी को भी नहीं देना चाहिए, इस मान्यता के पीछे उनका ये तर्क है की बुधवार को किया गया धन संग्रह काफी समय तक स्थाई रहता है, जो ज्योतिष शाश्त्र अनुसार भी तर्क सम्मत है।
बुधवार को उत्तर दिशा में दिशा शूल कि मान्यता है। यदि इस दिन उत्तर दिशा कि यात्रा अतिआवश्यक है तो तिल या धनिया आदि का सेवन कर यात्रा का आरम्भ करना चाहिए। अन्यथा जिस कार्य के लिए आप यात्रा कर रहे हैं उस कार्य के पूर्ण होने में संदेह है एवं समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
बृहस्पतिवार (गुरूवार)
गुरूवार या बृहस्पतिवार सप्ताह का पांचवा दिन है, गुरूवार के स्वामी देवता देवगुरु बृहस्पति माने गए हैं। उर्दू भाषा में बृहस्पतिवार को ही जुमेरात कहते हैं, क्योंकि ये जुम्मा या शुक्रवार से एक दिन पहले होता हैं। गुरुवार को जन्मे लोगों पर बृहस्पति गृह का प्रभाव होता है।
बृहस्पतिवार को जन्मे लोगों में महत्वकांक्षा अवश्य होती है,एवं अनुशासित हो कर ये अपनी महत्वकांक्षा को प्राप्त करने की ओर सदैव अग्रसर रहते है। अपने मौलिक विचारों को दूसरों से साझा करना इन्हें अच्छा लगता है, एवं ये कई बार ये नहीं देखते की सामने वाला इनका विरोधी हो सकता है।
अपने विचारों को दूसरों के सामने ये बहुत अच्छे ढंग से रखते है, एवं सभी प्रकार के लोगों को ये अपने विचारों से शीघ्र ही प्रभावित कर लेते हैं, किसी भी विषय पर शीघ्रता से उत्तर देने एवं सामान्यतः दूसरों के द्वारा किये गए सभी प्रश्नों का उत्तर ये अपने अनुभव,तर्क,सहज ज्ञान, एवं तीक्ष्ण बुद्धि से देने में सक्षम हैं। गुरूवार को जन्मे लोगों का जीवन सामान्यतः सामाजिक कार्यो व्यतीत होता है, इस दिन जन्मे लोगों में धन प्राप्त करने से पहले ज्ञान प्राप्त करने की एक विशेष इच्छा होती है।
गुरूवार को जन्मे लोगों का बचपन सामान्यतः कष्टकारी स्तिथिओं का सामना करते हुए व्यतीत होता है, और ये स्तिथि इन्हें दूसरों की अपेक्षा अधिक संवेदनशील बना देती है।
गुरूवार को जन्मे लोगों को यदि किसी कारणवश अपनी इच्छा के अनुरूप उच्च शिक्षा या विशेष ज्ञान प्राप्त करना संभव नहीं होता है, तो ऐसे समय में भी ये लोग अपने जीवन काल में किसी न किसी प्रकार से अनवरत अध्यनरत रहते हैं, एवं अपने श्रम एवं स्वाध्याय से इच्छित ज्ञान को प्राप्त करने की ओर अग्रसर देखे जा सकते हैं। गुरूवार को जन्मे लोगों में सही एवं सार्थक बात कहने का एक विशेष साहस देखा जा सकता है, एवं ये बिना भयभीत हुए हर प्रकार की विपरीत परिस्तिथि का सामना करते हैं। इस दिन जन्मे लोग अपने शत्रुओं से भी नम्रतापूर्वक व्यवहार करते हैं। एवं सामान्य विवादों की स्तिथि में विरोधी को अपनी ओर से क्षमा करते हैं, और किसी कारणवश भूल इनकी ओर से हुई है, और यदि इन्हें अपनी भूल का आभास हो जाए तो ये तत्काल विरोधी से क्षमा प्राथना भी करते हैं।
गुरूवार को जन्मे लोगों के मित्रो की संख्या अधिक होने पर भी उनमे विश्वासपात्र मित्रों का भारी आभाव होता है। गुरूवार को जन्मे लोग सुख सुविधाओं एवं अपने उदार स्वभाव के वशीभूत होकर एवं कई बार बिना भविष्य का विचार किये अपना संचित धन भी व्यय कर देतें हैं। एवं कई बार इन्हें धन संचय में कठिनाई का अनुभव करना पड़ता है। किन्तु फिर भी अपने कार्यो को पूरा करने के लिए एवं विपरीत स्तिथिओं में जब इन्हें धन की आवश्यकता होती है, तो भाग्यवश इनके पास धनाभाव नहीं होता। एवं यदि इनका जीवन सात्विक कार्यों में बीतता है, तो जीवन के बाद के हिस्से में इनके पास बहुत सा धन एकत्रित होने लगता है! अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की तीव्र इच्छा के वशीभूत इस दिन जन्मे जातक दूसरों का सहयोग प्राप्त कर उनके सहयोग को सामान्यतः भूल जाते हैं।
इस दिन जन्मे लोग सामान्यतः अपने जीवन मूल्यों के प्रति सतर्क होतें हैं एवं इनके अनुसार मानव जीवन में जो बुरे मूल्य या संस्कार हैं, उसे अपने सामर्थ्य अनुसार ये बदलने की ओर लगातार प्रयासरत रहते हैं। लेकिन इनकी ये विशेष प्रकार की आदत या इनके ये जीवन मूल्य ही, इनके प्रति अन्य लोगों के मन में लगातार इर्ष्या एवं बैर भाव उत्पन्न करते रहते हैं। इस दिन जन्मे लोग जिनका स्वभाव अध्यनरत एवं चिंतनशील होता है, वो सामान्यतः जीवन में एकाकी एवं कई विषयों पर गंभीर होते हैं। ऐसी परिस्तिथि में लोग इन्हें घमंडी एवं अहंकारी भी समझ लेतें हैं।
गुरूवार को जन्मी स्त्रियाँ मानवता एवं इश्वर के प्रति आस्थावान होती हैं। इस दिन जन्मी स्त्रियाँ या तो नए विचारों वाली होंगी या पुरातन विचारों के प्रति आस्थावान होंगी। गुरूवार को जन्मी स्त्रियों को शालीन, सभ्य साथी की आशा होगी एवं सामान्यतः इन्हें ऐसा साथी प्राप्त होता है। इस दिन जन्मी स्त्रियों को विवाह में जल्दबाजी के बाद कई बार पछतावा भी दृष्टिगत है।
ध्यान रहे यदि व्यक्ति की जन्म कुंडली में चन्द्र राशि मीन है, जो कि बृहस्पति देव की सौम्य प्रभाव राशि है, उसमे उपरोक्त लिखे फल कथन के साथ बृहस्पतिवार का जन्म व्यक्ति को मीन राशि अनुसार साधु स्वभाव प्रदान करेगा। और यदि जन्म कुंडली में चन्द्र राशि धनु है, जो कि बृहस्पति देव की उग्र स्वभाव राशि है। तो धनु राशि में उपरोक्त लिखे फल कथन अनुसार बृहस्पतिवार का जन्म व्यक्ति को धनु राशि अनुसार उग्र स्वभाव प्रदान करेगा। अन्य राशियों पर बृहस्पति वार का जन्म होने का प्रभाव उपरोक्त फल कथन के अतिरिक्त जिस चन्द्र राशि में व्यक्ति का जन्म हुआ है, उस राशि के स्वामी व् कुंडली में ग्रहों की स्तिथि के साथ, बृहस्पति के सामान्य व्यवहार पर भी निर्भर है।
गुरूवार को जन्मे लोगों को यकृत, ह्रदय रोग,रक्त अल्पता,एवं मोटापे जैसे रोगों से ग्रसित होने की सम्भावना रहती है। गुरूवार को तामसिक भोजन त्याज्य है। गुरूवार को दक्षिण पूर्व दिशा में दिशा शूल की मान्यता है। यदि इस दिन दक्षिण पूर्व दिशा की यात्रा अतिआवश्यक है तो दही का सेवन कर यात्रा का आरम्भ करना चाहिए। अन्यथा जिस कार्य के लिए आप यात्रा कर रहे हैं, उस कार्य के पूर्ण होने में संदेह है एवं विघ्नों का सामना करना पड़ सकता है।
गुरूवार को सामन्यतः लोग भगवान् विष्णु,बृहस्पति देव की पूजा आराधना करते है, एवं व्रत भी रखते हैं।