दिए गए चित्र में काल पुरुष की कुंडली बनाई गयी है, ज्ञात हो कि लाल किताब में वैदिक ज्योतिष कि तरह राशिओं पर अधिक बल नहीं दिया जाता, लाल किताब में केवल भाव या अन्य शब्दों में खाना नंबर एक से बारह तक जो ग्रह मौजूद होतें हैं, उनके आधार पर फल कहा जाता है, लाल किताब में काल पुरुष की कुंडली को ही आधार मान कर फल कहा गया है, इसलिए यहाँ हम काल पुरुष की कुंडली का एक चित्र दिखा रहें हैं, स्मरण रहे काल पुरुष की कुंडली वैदिक ज्योतिष का आधार है! आधुनिक युग में वैदिक ज्योतिष पर सबसे ज्यादा अनुसन्धान कार्य हो रहें है, जिसमे लाल किताब बहुत सहायक सिद्ध हुई है ! इसलिए हम भाग्य में होने वाली घटनाओं के लिए सभी उपयुक्त शाश्त्रों की सहायता प्राप्त करेंगे और ज्योतिष पर एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण रख कर अपने मार्ग पर आगे बढ़ेंगे!