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अनुराधा

व्यवसाय … खान इंजीनियर, क्रिमिनल कानून विद, औषधिविज्ञान सर्जन, वाद्ययंत्र, उद्योग, तकनीकी अभियंता सीसा अथवा लोहा टंकण मुद्रण, फ़ैक्टरी कर्मचारी, चर्मकार, चर्मव्यपारी, उनी वस्तुएं, पुरानी वस्तुयें , आविष्कार रेल इंजिन, बोझा ढोने वाला, सफाई कर्मचारी, तेल व्यापारी, मैकेनिक फिटर, वेल्डर, अनुचर सेवक, नर्स, अटेंनडेंट, चौकीदार, पायलट, ड्राईवर, डाकू, मवाली, दांत विशेषज्ञ, अस्थि विशेषज्ञ, जेलर, तेल विभाग, न्यायधीश , ठेकेदार, प्लंबर, परिश्रमी मजदूर, घड़े तथा स्नान सामग्री विक्रेता, ट्रेन बुलडोजेर लोहपात्र! 

वृहमिहिर के वृहत जातक की दृष्टि मे अनुराधा नक्षत्र का जातक विदेश मे प्रवास करने वाला, यात्रा प्रिय और इसके अतिरिक्त भूख को सहन करने की क्षमता का आभाव को भी दर्शाता है। 

यवन के यवन जातक के अनुसार ये  भारतीय पौराणिक मिथकों मे देवी लक्ष्मी का जन्म नक्षत्र है, इस नक्षत्र मे जन्म राजकीय सेवाओं, शूरवीरता , विदेश मे प्रवास करने, गुप्त कार्यों मे संलग्न भी देखे जा सकते हैं। 

तैत्रेय ब्राह्मण के अनुसार अनुराधा नक्षत्र का आधिपत्य मित्र देव के पास है, इसमे राधना शक्ति का निवास है जिसे पौराणिक मिथिकीय संदर्भों मे पूजा आराधना आदि करने का सामर्थ्य दाता भी कहा जाता रहा है, मित्र देव उदारता श्रद्धा और रिश्तों मे सामंजस्य के भी द्योतक हैं।  इसका ऊपर की ओर आधार अधिरोहण है और नीचे की ओर आधार अवरोहण है। अनुराधा नक्षत्र रिश्तों मे समन्वयन का द्योतक है अन्य लोगों को सम्मान देना और प्रत्युत्तर मे सम्मान प्राप्त करना जिससे कोई व्यक्ति प्रसिद्धि और प्रतिष्ठा को प्राप्त होता है जैसी बातें भी इस नक्षत्र मे दृष्टिगत होती हैं।  

अनुराधा शब्द का संधि विच्छेद करने पर अनु शब्द अनुक्रम या तारतम्य और एक प्रक्रिया में सिलसिले और शब्द का दूसरा हिस्सा राधा शब्द प्रेम की की अभिव्यक्ति है। इस नक्षत्र मण्डल में विशाखा को वैसे ही संयुक्त करके देखा जाता है जैसे उत्तरा और पूर्वाभाद्रपद को देखा जाता है। कई मिथिकीय संदर्भों में राधा को विशाखा कहकर भी संबोधित किया गया है। विशाखा किसी साझेदारी में जिन बातों का आभाव होता है उसे अपने यत्नों या मध्यस्ता से पूर्ण करने के प्रयास का नाम है दूसरी ओर अनुराधा यहाँ साझेदारी में स्वयमेव आनंदित रहने का नाम है। विशाखा में साझेदारी लक्ष्यों को प्राप्त करने का माध्यम है जबकि अनुराधा के लिए साझेदारी में प्रेम का प्राप्त हो जाना ही लक्ष्य है अर्थात ये कम व्यावहारिक है और अधिक रूमानी या अफलातूनी और कहीं कहीं मंगल के ओज या पौरुष गुणों को दर्शाता है।  

अनुराधा नक्षत्र रूमानी या प्रेम सम्बन्धों के लिए सर्वश्रेष्ठ स्वागत या आमंत्रित  देखा जा सकता है किन्तु आत्म निर्भरता और स्वतन्त्रता की दृष्टि से पीछे हो जाता है या असमर्थता को प्रदर्शित करता हुआ प्रतीत होता है। शुक्र चन्द्र प्रेम और रूमानी अभिव्यक्ति के लिए श्रेष्ठ है बृहस्पति बुध भी यहाँ अच्छा करते हैं हालांकि बुध मित्रता और प्रेम सम्बन्धों की लकीरों को धुंधला करता जान पड़ता है। मंगल जो उत्तेजना को व्यक्त करता है भी यहाँ अच्छा या शुभ देखा जा सकता है किन्तु व्यक्तिवादी अस्तित्व और स्वतन्त्रता की आकांक्षा कहीं कहीं कुछ दीर्घ अवधि के रिश्तों में बाध्यताओं को प्रकट करता भी जान पड़ती है।

नोट ….ये लेख अभी पूर्ण नही है इस ब्लॉग पर उपलब्ध कुछ पन्नो को अतिरिक्त सम्पादन की आवश्यकता है अतः सम्पादन कार्य पूर्ण होने पर वो पुनः  यहाँ उपलब्ध होंगे  ….. ये एवं अन्य ऐसे ही लेख केवल ब्लॉग टेस्ट की अपेक्षा से अभी यहाँ मौजूद हैं।

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